अक्षय तृतीया पर्व महान

अक्षय तृतीया का पर्व महान,
शुरू हुआ इस दिन आहार दान ।

भगवान आदिनाथ ने किया कठिन तप,
फिर आहारचर्या के लिए विधि का मन में लिया संकल्प ।

मुनि अवस्था में भगवान आदिनाथ ने आहार चर्या हेतु नगर में किया विहार,
पर छ: मास तक रहे निराहार ।

श्रावक थे उस समय आहार विधि से अनजान,
हो न सका इसलिए आहार दान ।

पूर्व भव के ज्ञान से राजा श्रेयांस ने तब आहार विधि को जाना,
मुनिराज आदिनाथ भगवान को इक्षु रस ग्रहण कराकर अपने को धन्य माना।

इसी दिन से आहार दान की परम्परा शुरू हुई,
गुरुओं को आहारदान से श्रावकों की जिंदगी भी धन्य हुई ।
—-Written by Spring Season
बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना।