पिता का वर्णन कैसे करूँ
रेगिस्तान में झील और तालाब है पिता
समुद्र में पानी का जहाज है पिता,
अपने बच्चों का पालनहारा है पिता,
परिवार रुपी नाव का खेवनहारा है पिता |
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भयंकर गर्मी में वृक्ष की ठंडी छाया है पिता,
कड़कती ठंड में सुनहरी धूप की माया है पिता |
तेज बरसात में छतरी जैसा सहारा है पिता,
बसन्त ऋतु में खिलते फूलों जैसा नज़ारा है पिता |
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संस्कारों की पाठशाला है पिता,
आदतों, गुणों की कार्यशाला है पिता|
सुरक्षा देने वाला किला है पिता,
मुश्किल में काम आने वाला हौसला है पिता |
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माता पिता क्या है, बहुत सुंदर भाव, और गम्भीर चिन्तन।
Bahut sunder kavita… 👏👏👏
Bhot sundar kavita hai pita ke guno varnan kartei hui….,,👏👏
Very Nice
Awesome 👍
It is truth.
पिता का स्थान उसके बच्चों के लिए बहुत ही…. …….. जिसके बताने के लिए कोई शब्द नहीं है।🙏🙏🏽🙏🏽🇮🇳.